25 November 2015 ·
शहर सोलन शांत सुरम्य है
चहुंदिशि वन राजि विराजती
लघु-वृहद बहुयान हैं दौड़ाते
रमणी गाड़ी अनाड़ी सी भागती
शहर मध्य मां शूलिनी शक्ति है।
जनसमूह की सादर भकित है।
अन्य अनेक देवालय भी यहां
श्रद्धानत शत जन होते जहां
गगनचुंबी करोल सुगोल है।
मतीउल का भी भव्य भूगोल है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें